घटना इतनी जबदस्त थी कि एक महिला डंबर के पहिए के नीचे आकर करीब 50 मीटर तक घिसटते चली गई
सोंईकलां। श्योपुर-पाली हाइवे पर तेज रफ्तार में आ रहे रेत के ने डंपर महिला स्वास्थ्यकर्मियों की स्कूटर को टक्कर मार दी। घटना इतनी जबदस्त थी कि एक महिला डंबर के पहिए के नीचे आकर करीब 50 मीटर तक घिसटते चली गई। घटना में महिला का एक हाथ और एक पैर बुरी तरह से जख्मी होकर अलग हो गए। वहीं दूसरी महिला कर्मचारी भी घायल हो गई। दोनों महिलाओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। दोनों महिलाएं जैनी गांव में टीकाकरण करने के लिए जा रही थी, तभी सुबह 10 बजे ये घटना हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर शिवम वर्मा व पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने घायलों की हालचाल जाना।
जानकारी के अनुसार कालेज के सामने निवासी 40 वर्षीय जयश्री पत्नी रामनिवासी आर्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरुनावदा में एएनएम है जबकि कलेक्ट्रेट के पास निवासी राखी पत्नी विजय सिंह तोमर प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र जावदेश्वर में एएनएम के पद पर पदस्थ हैं। इनकी ड्यूटी जैनी गांव टीकाकरण कार्य में लगाई थी। शनिवार को दोनों एक ही स्कूटर पर सवार होकर टीकाकरण करने के लिए जा रही थी, तभी जाटखेड़ा व बर्धागांव के पास राजस्थान से रेत लेकर आ रहे डंपर के चालक ने डंपर को तेज गति से चलाते हुए स्कूटी में टक्कर मार दी। इससे स्कूटर सहित महिला राखी तोमर टक्कर से सड़क के दूसरी ओर गिर गई, जबकि जयश्री आर्य डंपर की चपेट में आकर पहिए के नीचे आ गई। टक्कर लगने के बाद भी डंपर के ड्राइवर ने रुका नहीं, वह तेज रफ्तार में भगाने लगा। इस वजह से महिला भी डंपर के पहिए के साथ घिसटती रह चली गई। हादसे में महिला का एक हाथ और एक पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के समय वहां से जा रहे विधायक बाबू जंडेल ने घटनास्थल पर रूककर एंबुलेंस बुलाकर घायल महिला स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पताल पहुंचाया जहां उनका इलाज चल रहा है। हादस के बाद चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस मामले दर्जकर जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि, डाक्टराें ने महिला के एक हाथ और पैर काटकर उसका आपरेशन किया गया।
बिना नंबर के दौड़ रहा था डंपर
खास बात यह है कि पालीहाइवे पर पुलिस रोजाना चैकिंग अभियान चलाकर बिना नंबरों की बाइकों की पर कार्रवाई करती है, लेकिन बिना के ट्रैक्टर-ट्राली, डंपर फर्राटे भरकर दौड़ते रहते हैं लेकिन पुलिस इनपर कोई कार्रवाई नहीं करती। खास बात ये है कि जिस डंपर से ये घटना हुई उस पर नंबर नहीं थे। लेकिन ये डंपर राजस्थान के व्यक्ति का बताया जा रहा है। डंपर में भी ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।