भोपाल। सीधी कांड के पीड़ित आदिवासी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मुलाकात की। पीड़ित दशमत सुबह तकरीबन 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री चौहान ने दशमत को कुर्सी पर बैठाकर उनके पैर धोए। इसके उपरांत तिलक लगाया, आरती उतारी और शाल ओढ़ाकर दशमत का सम्मान किया। सीएम शिवराज ने दशमत के साथ हुई घटना पर दुख व्यक्त किया कहा कि इससे मन द्रवित है। मुख्यमंत्री ने दशमत से उस घटना के लिए माफी भी मांगी। उन्होंने दशमत को भगवान गणेश की एक मूर्ति भी भेंट की। साथ मिलकर पौधारोपण किया।
दशमत से बोले शिवराज, आप मेरे सखा
सीएम शिवराज ने दशमत से उनके परिवार और रोजगार के बारे में पूछा और अनेक विषयों पर चर्चा की। सीएम ने दशमत से पूछा कि घर चलाने के क्या साधन है, शासन की कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है! बेटी लाड़ली लक्ष्मी है? पत्नी को लाड़ली बहना का लाभ मिल रहा है? आवास योजना का लाभ मिला है या नहीं? सीएम ने दशमत से कहा कि बेटी को पढ़ाना है, बेटियां आगे बढ़ रही है! उन्होंने दशमत को सुदामा की संज्ञा दी कहा कि आप मेरे सखा हैं।
उधर, सीधी कांड को लेकर लगातार सियासत गरमा रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीधी जिले में आदिवासी समाज के युवक के ऊपर लघुशंका करने के कृत्य को अमानवीय, घृणित और बेहद शर्मनाक बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि भाजपा राज में आदिवासी हितों पर केवल कोरी बातें और दावे हो रहे हैं। आदिवासियों पर अत्याचार रोकने के लिए सरकार ठोस कदम क्यों नहीं उठाती।
इसी मामले पर राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया है। वहीं सीधी जिले में आरोपित के घर का अवैध हिस्सा बुलडोजर से ध्वस्त करने के बाद सीएम शिवराज ने भी ट्वीट किया।
उन्होंने लिखा कि एनएसए लगा दिया गया है, बुलडोजर भी चला दिया गया है और अगर जरूरत पड़ी तो मामा जी अपराधियों को 10 फुट जमीन के नीचे भी गाड़ देंगे।इस बारे में सीएम ने ट्वीट भी किया है।
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि यह घटना संपूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है। पीड़ित परिवार इतना डरा है कि कई दिन बाद भी पुलिस में शिकायत तक नहीं की। इसके बाद आरोपित ने पीड़ित से जबरन एक हलफनामा लिखवा लिया कि उसे इस कृत्य से कोई आपत्ति नहीं है, इस कृत्य का वीडियो फर्जी है।