शरीर के लिए भोजन चाहिए,आत्मा का पता लगाने के लिए उपवास- पूज्य वैभवश्रीजी म.सा. तपस्वियों का निकला वरघोड़ा
शरीर के लिए भोजन चाहिए,आत्मा का पता लगाने के लिए उपवास- पूज्य वैभवश्रीजी म.सा.
तपस्वियों का निकला वरघोड़ा
खिरकिया :- छनेरा में विराजित सतीयो के दर्शन का लाभ श्री संघ खिरकिया के आधा सैकड़ा श्रावक एवम श्राविकाओ द्वारा लिया गया श्री श्वेताम्बर जैन श्रावक संघ छनेरा में एक माह से केवल गर्म जल पर चल रही पाँच श्रावक/श्राविका की तपस्या उर्मिला बडोला,रितु बोरा(खालवा),आशीष बनवट,शिल्पा बनवट,जानवी जैन व सुशील भण्डारी (15 उपवास) की शोभायात्रा संतोष जैन सर के निवास से प्रारंभ होकर महाराणा प्रताप चौक तक पहुची ।
संतोष जैन कविता जैन द्वारा तपस्वियों का सम्मान किया गया तत्पश्चात शोभायात्रा प्रारंभ हुई । शोभायात्रा में श्रावक श्वेत वस्त्र श्राविकाए लाल चुनरी में थी।
सभी तपस्वियों को विशेष रथ पर सवार थे।महराणा प्रताप चौक पर सतीश जैन द्वारा तपस्वियों का सम्मान किया गया ।
हरदा , बीड ,मूंदी , खंडवा , खालवा , खिरकिया , आष्टा , मांगल्या , सिवनी आदि स्थानो के श्री संघ भी शोभायात्रा में शामिल हुए ।
स्थानक भवन में पूज्य वैभवश्रीजी म.सा. ने अपने प्रवचन में कहा की नौ ने आठ को थापड़ मारा आठ ने सात को, सात ने छह को मारा इसी प्रकार क्रम चलता रहा परंतु एक ने शून्य को थापड़ न मार अपने पास बैठाया और एक से हो गया दस इसी प्रकार छनेरा हरसूद संघ है ।
भगवान महवीर ने साढ़े बारह वर्ष की साधना में एक वर्ष से भी कम भोजन किया । भगवान महवीर ने धर्म को खोजा वो पता लगाना चाहते थे कि मेरे अंदर ऐसी कौनसी ज्योति है जो बिना भोजन के चलती है ।
बग़ैर भूखे रहे ज्योति का कैसे पता चलेंगा आत्मा का कैसे पता चलेगा ।
डॉक्टर भी सोनोग्राफी ख़ाली पेट करते है ।
आपने कहा कि शरीर के लिए भोजन चाहिए,आत्मा का पता लगाने के लिए उपवास ।
तपस्या करने से आत्मा के अंदर की ज्योति प्रज्वलित होती है ।
तपस्या से गलत कार्य की इच्छा नहीं होती ।आपने कहा कि तीन कार्य सुखद कार्य है दीक्षा लेना , ब्रह्मचर्य का पालन व तपस्या करना ।
सभी तपस्वियों का सम्मान संघ द्वारा तपस्या की बोली लेने वालों से करवाया गया ।
तप के निमित्त अनुमोदनार्थ कविता कटारिया , शोभा चपलोद , स्वीटी बनवट ,श्री संघ खिरकिया अध्यक्ष अनिल मुनोत,संजय मेहर (सिवनी),रूपाली भण्डारी (खालवा) , गुनगुन बनवट , छाया भंडारी, महावीर महिला मंडल खिरकिया एवं खालवा महिला मंडल द्वारा अपने उदगार व्यक्त किए ।
आतिथ्य सत्कार एवम तपस्वियो के बहुमान के लाभार्थी संजय बनवट आशापुर थे एवम व्यवस्था प्रभारी सोनू बरडिया थे
कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र बनवट द्वारा किया गया ।