सोमवार को नगर से निकलेगी भव्य कावड़ यात्रा, किया व्यापक प्रचार-प्रसार
को दिया आमंत्रण
खिरकिया। कमल सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में सावन माह के अंतिम सोमवार 28 अगस्त को खिलता कमल श्री गुप्तेश्वर महादेव कावड़ यात्रा का आयोजन खिरकिया में रखा गया है। कावड़ यात्रा के लिए खिरकिया क्षेत्र के सभी 75 बूथों पर भाजपा के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों ने शुक्रवार को कावड़ यात्रा का आमंत्रण धर्मप्रेमी जनता को दिया है। 28 अगस्त को कावड़ यात्रा सुबह 8 बजे खिरकिया के वार्ड क्रमांक-1 स्थित प्राचीन गौमुख धाम से शुरू होगी। कावड़ यात्रा के लिए शुक्रवार को नगर पंचायत अध्यक्ष इंद्रजीत महेंद्रसिंह खनूजा, मंडल अध्यक्ष संतोष कलम, विधायक प्रतिनिधि पूनम चंद गुप्ता ने खिरकिया नगरीय क्षेत्र में धर्मप्रेमी जनता को पोस्टर देकर आमंत्रण दिया। उन्होंने बताया कि कावड़ यात्रा में प्रदेश के कृषि मंत्री एवं हरदा-खिरकिया क्षेत्र के विधायक कमल पटेल सपरिवार मौजूद रहेंगे। गौमुख धाम से जल लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ कावड़िएं गुप्तेश्वर मंदिर चारूवा पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। कावड़ यात्रा को लेकर टिमरनी विधाक संजय शाह, सांसद प्रतिनिधि महेन्द्रसिंह खनूजा, अनिल दरबार, रेवा शंकर राजपूत, राजेश मेहता, हरनाथ साध, राजू पटेल,राजदीप शर्मा, सोनू तिवारी, नर्मदेश मिश्रा, जगदीश राजपूत, योगेश नागड़ा, संजय यादव, किशोर राठौर, बबलू पवार, राजेश गुप्ता, राजेश गौर, नुरूलहक कुरैशी, आदित्य राय, आदित्य राठौर, हरिओम बांके सहित सभी बूथ अध्यक्षों, शक्ति केन्द्र प्रभारियों, भाजपा के पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने नगर एवं गांवों में घर-घर एवं प्रतिष्ठानों पर पहुंचकर प्रचार प्रसार किया है। गौरतलब है कि यात्रा के लिए शहर में व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। जगह-जगह झंडा बैनर पोस्टर लगाने का काम इन दिनों शहर में जारी है। शहर के मुख्य मार्ग के दोनों और व्यापारियों द्वारा स्वागत द्वार लगाकर यात्रा का स्वागत किया जाएगा। इसके साथ ही शहर भर में धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क फलाहार, खिचड़ी, चाय, पानी समेत अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल भी जगह जगह लगाए जाऐंगे। यात्रा के आयोजन के लिए गोमुख धाम खिरकियां में भी विशेष तैयारी की जा रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गोमुख क्षेत्र में नर्मदा नदी का जल प्राकृतिक अवस्था में प्रकट हुआ था तब से इस स्थान का क्षेत्र में विशेष महत्व है। मंदिर परिसर में मां नर्मदा साक्षात रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है।