हम सर्वश्रेष्ठ मानव बने यही गायत्री परिवार का मूल मंत्र है.
खिरकिया: हम श्रेष्ठ मानव बने यही गायत्री परिवार का मूल मंत्र है उक्त विचार नगर में चल रहे 24 कुण्डीय
गायत्री महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे यज्ञ आचार्य पूरन चंद्राकर ने कही। आज 24 कुण्डीय
गायत्री महायज्ञ के अंतिम दिवस यज्ञ में बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी जनता का समूह उमड़ पड़ा।यज्ञ को 03 परियों में संपन्न कराना पड़ा।गायत्री माता की जय,यज्ञ भगवान की जय के गगन भेदी जयकारों से सारा वातावरण गुंजायमान हो गया। यज्ञ को संपन्न कराते हुए यज्ञ आचार्य ने कहा कि आने वाला समय विकट आने वाला है हमें अपनी चाल बदलना होगा,हमे अपने आप को बदलना होगा,तभी हम सुखी रह पाएंगे, अतः आज से ही हम अपने आप को बदलना शुरू करें। हम भगवान की शरण में जाएं,हम अच्छी आदतों को वरण करें,अपने अंदर व्याप्त बुराइयों का विसर्जन करें।सबका भला हो यह भावना मन में रखें और सबके लिए कार्य करें। हर मानव श्रेष्ठ मानव बने,हमारा देश उन्नति करें,भारत विश्व का नेतृत्व करे,पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति का परचम लहराए बस यही गायत्री परिवार का लक्ष्य है। हम बदलेंगे_युग बदलेगा यही मंत्र है और अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है। यज्ञ के बाद भंडारा हुआ जिसमे भोजन प्रसाद सभी उपस्थित धर्म प्रेमी जनता ने किया। यज्ञ में मुख्य रूप से हरदा विधानसभा के कविधायक रामकिशोर दोगने,शंकर सोलंकी,नगर पंचायत अध्यक्ष इंद्रजीत महेंद्रसिंह खनूजा,पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा विशन मुनीम,पूर्व जनपद अध्यक्ष जगदीश सोलंकी,इंद्रजीत खनूजा,लखन हेड़ा, ओमप्रकाश चौहान अनिल निलोसे अंत में खिरकिया गायत्री परिवार प्रमुख उमेश सिटोके ने इस विशाल ऐतिहासिक भव्य आयोजन में सहभागी बनें सभी नगरवासियों का क्रतज्ञ ह्रदय से आभार प्रकट किया और निवेदन किया कि भविष्य में इसी प्रकार से सहयोग बनाए रखे