भगवान को कराया नगर भ्रमण, डोल ग्यारस पर मंदिर से निकले विमान
खिरकिया/ डोल ग्यारस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया डोल ग्यारस विमान उत्सव के रूप में मनाया जाता है अवसर पर शहर के मंदिरों से भगवान की प्रतिमा विमान में विराज मानकर नगर में भ्रमण कराया गया मुख्य मार्गो से होते हुए मंदिर पहुंचते हैं इस दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने विमान में विराजमान भगवान की पूजा की नगर भ्रमण को निकले विमान की महिलाओं ने पूजा करते हुए खिचड़ी भेंट की और यशोदा जी की गोदी भरने के रस में निभाई,पंडित गोविंद शर्मा ने बताया कि मान्यता है कि भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को डोल ग्यारस का पर मनाया जाता है इस एकादशी को भगवान विष्णु करवट बदलते हैं इसलिए इस परिवर्तन एकादशी भी कहते हैं इस एकादशी को पदमा एकादशी जलझूलनी एकादशी एवं डोल ग्यारस के नाम से जाना जाता है इस दिन व्रत रखने से विशेष फल की प्राप्ति होती है इस दौरान बालाजी मंदिर सतनारायण मंदिर महाकाल सेना समस्त मंदिरों के डोल नगर में भ्रमण के लिए निकले गए इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला पुरुष बच्चे शामिल हुए