शहडोल में पीएम मोदी : रानी दुर्गावती को किया नमन, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का किया शुभारंभ
शहडोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल जिले के लालपुर पहुंचे। जहां बैगा परंपरा की माला पहनाकर स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 और 1 करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड वितरण का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत रानी दुर्गावती की प्रतिमा को माल्यार्पण कर किया।
प्रदेश में रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को गौरव दिवस के तौर पर मनाया गया। पांच जगहों से यात्राएं निकली थी, जो शहडोल पहुंची। पीएम मोदी इस गौरव दिवस समारोह का समापन करने शहडोल पहुंचे हैं। इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने दिया।
इसके पहले पीएम मोदी भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा शहडोल जिले के लालपुर पहुंचे। प्रधानमंत्री यहां आम सभा को संबोधित करने के साथ ही कई अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
सिकल सेल मिशन का उद्देश्य
इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से जनजातीय आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है। यह लॉच 2047 तक एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सिकल सेल रोग को समाप्त करने के सरकार के जारी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा।
सिकल सेल मिशन इन राज्यों में कार्यान्वित
राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा आम बजट 2023 में की गई थी। इसे देश 17 उच्च केंद्रित राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड के 278 जिलों में कार्यान्वित किया जाएगा।
आयुष्मान कार्ड वितरण
प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में लगभग 3.57 करोड़ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्डों के वितरण का भी शुभारंभ किया। आयुष्मान कार्ड वितरण कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश भर के शहरी निकायों, ग्राम पंचायतों और विकास प्रखण्डों में किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड वितरण अभियान कल्याणकारी योजनाओं की शत-प्रतिशत परिपूर्णता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है।
कौन थी रानी दुर्गावती
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री रानी दुर्गावती को सम्मानित करेंगे, जो 16वीं सदी के मध्य में गोंडवाना की शासक रानी थीं। उन्हें एक वीर, निर्भीक और साहसी योद्धा के रूप में स्मरण किया जाता है, जिन्होंने मुगलों के विरूद्ध स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी। एक अनूठी पहल के रूप में प्रधानमंत्री शाम करीब 5 बजे शहडोल जिले के पकरिया गांव का दौरा करेंगे और जनजातीय समुदाय, स्वयं सहायता समूहों के अग्रणी व्यक्तियों, पेसा (पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम, 1996) समितियों के नेताओं और ग्राम फुटबॉल क्लब कप्तानों के साथ परस्पर बातचीत करेंगे।