कृषि मंत्री पटेल ने अन्नदाताओं के लिए इंद्रदेव को मनाने के लिए भगवान गुप्तेश्वर का रुद्राभिषेक कर बारिश कि मनोकामना की
कृषि मंत्री पटेल ने अन्नदाताओं के लिए इंद्रदेव को मनाने के लिए भगवान गुप्तेश्वर का रुद्राभिषेक कर बारिश कि मनोकामना की
हरदा।मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में किसनो की फसले उनके खेतों में खड़ी हुई है लेकिन देश का अन्नदाता बारिश के लिए टकटकी लगाए दोबारा मानसून आने का इंतजार कर रहा है। मध्यप्रदेश के हरदा जिले सहित प्रदेश के अन्य जिलों में किसानों के खेतों में सोयाबीन की फसल खड़ी हुई है। फसल इस बार बहुत अच्छी है जिस के लिए एक मानसून के पानी की आवश्यकता जरूरी है।
प्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल स्वयं एक किसान है, वे अपनी राजनैतिक , प्रशासनिक यात्राओं के बीच में किसानों के खेतों की ओर भी अपना पूरा काफिला मुडवा देते हैं और वह किसान के खेत में जाकर फसल का परीक्षण और निरीक्षण करने से नहीं चूकते हैं। पिछले चार-पांच दिनों से मंत्री कमल पटेल अपने राजनीतिक प्रशासनिक दौरो के बीच किसानों के खेतों में पहुंचे और उन्होंने पाया कि सोयाबीन फसल को एक मानसून के पानी की आवश्यकता है। खेत में इतना पानी बोरवेल के बजाय ऊपर से इंद्र देवता दे दे तो अन्नदाता के चेहरे खिल उठेंगे।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश के अन्नदाताओं के लिए ऐसे में इंद्र देवता को साधने के लिए देवों के देव महादेव को मनाने की ठान ली।
मंत्री पटेल शनिवार को अपने सारे कार्यक्रम निरस्त करते हुए सबसे पहले गृह ग्राम बारंगा से विधिवत तैयार होकर अपनी गाड़ी से देवो के देव महादेव शिव को मनाने के लिए हरदा के प्रसिद्ध और सिद्ध मंदिर गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। जहा पर उन्होंने हरदा सहित प्रदेश के सभी अन्नदाताओं के चेहरे एक बार फिर कमल की तरह खिल जाए और इंद्र देवता मान जाए। इसके लिए देवों के देव महादेव का विधिवत्त रुद्राभिषेक करने के साथ-साथ बारिश की मनोकामना को लेकर धूनी रमा कर बैठ गए। विधिवत्स उन्होंने ब्राह्मणों के द्वारा संकल्प लेते हुए भगवान महादेव का अभिषेक किया। पूर्णाहुति के बाद क्षमा याचना के साथ आरती की और प्रार्थना कि आप प्रसन्न होइए और एक बार फिर भगवान इंद्र देवता को आदेशित कर अन्नदाताओं के चेहरे खिलवाइए।