कृषि विभाग की टीम ने ग्रामो की फसलों का किया निरीक्षण
हरदा /जिले में खरीफ मौसम 2023 में सोयाबीन 174500 हेक्टयर, मक्का 12000 हेक्टयर, उड़द 1500 हेक्टयर, धान 2500 हेक्टयर, अरहर 250 हेक्टयर तथा मूंग 500 हेक्टयर क्षेत्राच्छादन है। खरीफ फसलों का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान पाया गया कि, फसल में कही-कही टेम्पोरेरी विल्टिंग की अवस्था देखने को मिली है। टेम्पोरेरी विल्टिंग में पौधे अपनी पत्तियों को इस तरह से झुका लेता है कि, वाष्पोत्सर्जन की दर न्यूनतम हो जाये, इस प्रकार पौधा दीर्घकाल तक बने रहने के लिए वाष्पोत्सर्जन कम कर नमी को संरक्षित करता है। वर्तमान में फसल, फलन अवस्था में है, फलियों में दाने का निर्माण प्रांरभ हो गया है। फसल को सिंचन की आवश्यकता है। विगत 6 दिनों से जिले में वर्षा नही हुई है, इस कारण मृदा की उपरी सतह में दरारें आना प्रारंभ हो गयी है। वर्तमान में फसलों की स्थिति संतोषप्रद है, परन्तु एक सप्ताह पश्चात् सिंचन की आवश्यकता, फसलों में महसूस की जा रही है। निरीक्षण में पाया गया कि, फसलों पर कीट व्याधि का प्रकोप आर्थिक हानि स्तर से नीचे है। इस दौरान
विकासखण्ड के ग्राम – कडौलाउबारी, मसनगांव, कमताड़ा तथा खिरकिया विकासखण्ड के ग्राम रामपुरा, आमासेल, दीपगांवकला, चारूवा, सोनपुरा, मक्तापुर, छीपावड़, मुहालकलां एवं मांदला आदि ग्रामो की फसलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपसंचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, एम.पी.एस. चन्द्रावत, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, विकासखण्ड – खिरकिया, संजय जैन एवं क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, दीपक कुमार रिछारिया मौजूद थे।