सीएम की बड़ी घोषणा सरकार बनने पर हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार दूंगा, हरदा का कोई भी गांव नहीं रहेगा असिंचित, कृषि मंत्री के रूप में किसानों के लिए बेहतर कार्य किए-मुख्यमंत्री शिवराज
सीएम की बड़ी घोषणा
सरकार बनने पर हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार दूंगा,
हरदा का कोई भी गांव नहीं रहेगा असिंचित, कृषि मंत्री के रूप में किसानों के लिए बेहतर कार्य किए-मुख्यमंत्री शिवराज
लाड़ली बहना योजना से आधी आबादी को मिला पूरा न्याय
हंडिया का नाम होगा अब नाभिपट्टनम्, बनाई जाएगी नगर परिषद
3517 करोड़ रू. की मोरण्ड-गंजाल सिंचाई परियोजना से हरदा, नर्मदापुरम और खंडवा के 201 गांवों के 73920 किसान होंगे लाभान्वित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 4559 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन और लोकार्पण’
हरदा/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि प्रदेश की माटी की पूजा और जनता की सेवा ही मेरे जीवन का मकसद है। आज हरदा जिले की धरती पर इतिहास रचा जा रहा है। एक सपना पूरा हुआ हैं। मोरण्ड गंजाल सिंचाई परियोजना और वीर शहीद इलाप सिंह उद्वहन सिंचाई परियोजना से अब हरदा जिले का कोई भी गांव असिंचित नहीं रहेगा। हरदा शत प्रतिशत सिंचित होगा। जनकल्याण कार्यों में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज हरदा जिले के नेहरू स्टेडियम में आयोजित कृषक सम्मेलन को सम्बोधित कर रहें थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 4559 करोड़ से अधिक रूपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। जिसमें प्रमुख रुप से 3517 करोड़ रू. की मोरण्ड-गंजाल संयुक्त सिंचाई परियोजना और 720 करोड़ लागत की शहीद इलापसिंह परियोजना का शिलान्यास किया गया। उन्होंने कहा कि सिंचाई परियोजना से विस्थापित हुए ग्राम वासियों को न्यायोचित मुआवजा मिलेगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि हंडिया का नाम अब नाभिपट्टनम् होगा और हंडिया को नगर परिषद बनाया जाएगा। बिजली की बेहतर व्यवस्था के लिए सर्वे कर सब स्टेशन स्थापित होगा। 5 करोड़ की लागत से हरदा के नए वार्डों का विकास भी किया जाएगा। खिरकिया का भी विकास होगा। इस अवसर पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, वन मंत्री श्री कुंवर विजय शाह, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश दिनेश शर्मा, सांसद दुर्गादास उईके, विधायक संजय शाह, विधायक सिवनी मालवा प्रेम शंकर वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष गजेंद्र शाह, नगर पालिका अध्यक्ष भारती राजू कमेडिया, दर्शन सिंह चौधरी, अमर सिंह मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मोरण्ड गंजाल संयुक्त सिंचाई परियोजना के माध्यम से हरदा, नर्मदापुरम व खंडवा जिले के कुल 201 गांवों के 73920 किसानों के खेतों में सिंचाई का लाभ पहुँचेगा। 720 करोड़ की शहीद इलापसिंह परियोजना से हरदा के 118 गांव के किसानों के खेतों में सिंचाई होगी। उन्होंने कहा की प्रदेश की बेहतर सिंचाई सुविधा से लाभान्वित हो किसान अब वर्ष में तीन फसल ले रहे है। समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी का चमत्कार भी किया है। किसानों के चेहरे पर अब खुशी झलक रही है। किसानों के हित में मध्यप्रदेश सरकार निरन्तर विकास के कार्य कर रही है। सड़क, पुल पुलिया, अस्पतल, सीएम राईज स्कूल, आईटीआई सहित सभी कार्य तेजी से किये जा रहे है। पहले किसानों को 16 प्रतिशत ब्याज पर कर्जा मिलता था, अब 0 प्रतिशत पर कर्ज मिल रहा है। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 2 लाख 72 करोड़ रूपये किसानों के खाते में डाले गये है। किसानों के बड़े हुए
बिजली बिल स्थगित किये गये है। किसानों को किसान सम्मान निधि के 6 हजार रूपये केन्द्र सरकार से और 4 हजार के स्थान पर 6 हजार प्रदेश सरकार द्वारा दिये जायेंगे। इस प्रकार किसानों को सालाना 12 हजार रूपये की राशि प्राप्त होगी।
*सरकार बनने पर हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार दूंगा,*
मुझे कोई पद का लालच नहीं। मैं इसलिए सरकार चलाता हूं कि अगर यह हाड़ मांस तुम्हारे काम आ जाए, बच्चों के काम आ जाए तो मेरी जिंदगी संवर जाए। और कोई लालच नहीं। यहां कोई दुखी न हो, जो जरूरी चीजें हो, उसके लिए ही मैं काम कर रहा हूं। उसी के लिए सबका साथ चाहिए।’
ये कहना है मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान का। वे खरगोन में सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘जो आपका भला करे, उसको वोट देना चाहिए। जब मैं जी जान से लगा हूं। भाजपा की सरकार लगी है। पीएम साहब का भी आशीर्वाद है। तो फिर भाजपा की सरकार बनना चाहिए कि नहीं। जिसने काम किया हम उसके साथ ही रहेंगे। इस चुनाव को ऐसा बना दो कि जनता ही कहे कि हम
लड़ेंगे और हमारी सरकार बनें।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ी घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि ‘फिर सरकार बनने पर हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार दूंगा, ताकि किसी को पलायन न करना पड़े। रोजगार चाहे सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से हो, चाहे वह हमारी उद्यम क्रांति योजना के माध्यम से हो, चाहे सरकारी नौकरी के माध्यम से हो या स्वरोजगार के माध्यम से हो’