महाशिवरात्रि पर्व पर चमत्कारिक प्राचीन गुप्तेश्वर मंदिर पर जलाअभिषेक करने एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आने की उम्मीद
महाशिवरात्रि पर्व पर चमत्कारिक प्राचीन गुप्तेश्वर मंदिर पर जलाअभिषेक करने एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आने की उम्मीद
विशेष संयोग से आ रहा महाशिवरात्रि पर सर्व सिद्धि योग तथा प्रदोष का बन रहा महा संयोग महाशिवरात्रि भक्तों पर रहेगी भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा
ब्यूरो भगवान दास सैन
हरदा। जिले के ग्राम चारुवा में स्थित भगवान गुप्तेश्वर की महिमा दूर-दूर तक विख्यात है भव्य पुरातन शैली में पत्थरों से निर्मित इस मंदिर में शिवलिंग चमत्कारिक माना गया है महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रतिवर्ष यहां पर मेला लगता है मध्य प्रदेश ही नहीं महाराष्ट्र गुजरात उत्तर प्रदेश से यहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं महाशिवरात्रि के के दिन यहां ज्योतिलिंग मंदिरों के भाती दिन भर विशेष अभिषेक पूजा होती है भक्तों का ताता सुबह से ही लगना शुरू हो जाता है मंदिर प्रांगण के पीछे की ओर प्राचीन पत्थरों से निर्मित वर्गाकार भूल भुलैया संरचना भी बनी हुई है माना जाता है कि संरचना महाभारत युद्ध के चक्रव्यूह को भाति है इसमें स्थित विचित्र गुत्थी को सुलझाने जाने वाले बुद्धिमान होता है
दुकानदारों को दुकान आवंटन प्रारंभ हो गई है मेले में विभिन्न दुकानों के अलावा दर्शकों के मनोरंजन के लिए शूले टूरिंग टॉकीज सर्कस जादू के खेल
उधर मेले में भी दूर-दूर से छोटे बड़े दुकानदार भगवान भोलेनाथ के इस स्थल पर बड़ी आशा के साथ व्यापार करने आते हैं भगवान गुलेश्वर का यह मेला इस बार 18 फरवरी से प्रारंभ हो रहा है 12 मार्च तक चलेगा मेला मंदिर समिति अध्यक्ष पूनम पाटिल और कोषाध्यक्ष विष्णु नामदेव ने बताया कि कोरोना काल के बाद इस बार भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए एक लाख से अधिक लोग आने की उम्मीद है मेला समिति द्वारा ब्रद्धालुओं और किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके पुख्ता इंतजाम किए हैं।
आदि आते हैं मंदिर के पीछे पशु मेला भी लगता है।
प्रदोष सर्वसिद्धि योग
महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव का अत्यंत प्रियव्रत है। इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी को आ रही है। इस बार की महाशिवरात्रि और भी खास है। इस दिन प्रदोष, सर्वार्थ सिद्धि योग सहित कई दुर्लभ योग भी बन रहे हैं। शनि प्रदोष का महाशिवरात्रि के साथ होना दुर्लभ संयोग है। सरवराकार पं. शिवदत्त शास्त्री ने बताया इस बार महाशिवरात्रि पर्व का अधिक महत्व है। महाशिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रदोष का महा संयोग होने से महाशिवरात्रि पर्व का महत्व हजारों गुना
बढ़ जाता है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक पूजन करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भव्य पालकी
महाशिवरात्रि पर्व पर यहां श्रद्धालुओं की अपार भीड़ रहती है पावन पर्व के अवसर पर भगवान भोलेनाथ की भव्य पालको निकाली जाती है इस वर्ष 20 फरवरी को यहां पालकी निकाली जाएगी साथ ही आकर्षक आतिशबाजी भी की जाएगी पालको को निहारने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता है ऐसा लगता है कि मानव दर्शन करने की होड़ सी मची है।
1934 से जारी है मेला की परंपरा
ग्रामीण पृष्वभूमि में लगने वाले यह मेला सन 1934 में प्रारंभ हुआ था परम में 3 दिनों तक लगता था किंतु कालांतर में जैसे-जैसे इसकी प्रसिद्धि षढ़ती गई मेला की अवधि बढ़ती गई और अब 1 माह हो गई है।
थाना प्रभारी निकिता विल्सन ने बताया कि एसपी अभिनव चौकसे के निर्देशन में मेला प्रभारी संजय शर्मा सहित हमारी पूरी पुलिस टीम मुस्तैद रहेगी और किसी अप्रिय घटना के लिए सीसीटीवी कैमरे से पेनी नजर रखी जाएगी।