हत्या का रहस्य उजागर होने के बाद भी महिला में शर्मिंदगी नजर नहीं आई
सूरत (गुजरात)। मूलत: छत्तीसगढ़ के बस्तर की रहने वाली महिला ने अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए जो काम किया वह जानकर आप अंदर से हिल जाएंगे। महिला ने अपने ढाई साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या करने के बाद लिफ्ट के बेसमेंट में बने गड्ढे में फेंक दिया। हत्या का रहस्य उजागर होने के बाद भी महिला में शर्मिंदगी नजर नहीं आई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ की रहने वाली 22 वर्षीय नैना सुखनंदन मंडावी सूरत में निर्माणस्थल पर काम करती है। पिछले दो साल से वह अपनी मां सुमन और ढाई साल के बेटे वीर उर्फ भोंदू के साथ निर्माणस्थल पर रह रही थी। 28 जून को डिंडोली पुलिस स्टेशन में सूचना दी कि उसका बेटा 27 जून की दोपहर को खेलते समय लापता हो गया है। डिंडोली पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हालांकि, पुलिस को नैना पर संदेह था, जो बीते दो साल से अपने पति से अलग रह रही थी।
अन्य श्रमिकों से नैना के प्रेमी का पता चलने पर पुलिस ने अलग-अलग तरीकों से उससे पूछताछ की तो आखिरकार उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बच्चे का शव भी बरामद कर महिला को गिरफ्तार किया। बच्चे के शव को सामने देखने के बाद भी महिला की आंखों से एक आंसू नहीं था। इसके साथ ही जब कड़ी पूछताछ पुलिस कर रही थी। तब भी वह यही बोल रही थी कि मुझे मार से डर नहीं लगता मुझे पीटने की आदत है।
जानकारी के अनुसार, मां ने अपने ढाई साल के बेटे को इसलिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि उसे अपने प्रेमी के साथ रहना था। पांच साल पहले महिला की शादी हुई थी। शादी से पहले ही महिला का प्रेम प्रसंग चल रहा था। दो साल पहले पति से मन मुटाव होने के बाद उसे छोड़कर अपनी मां और बेटे के साथ सूरत आ गई थी। इसके साथ ही पूर्व प्रेमी के साथ उसने घर बसाने के लिए बात कही, लेकिन बच्चे की वजह से उसके प्रेमी व उसके परिजनों ने मना कर दिया था। प्रेमी को पाने के लिए उसने बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी।